
नई दिल्ली में अब एक स्मार्टफोन का सॉफ्टवेयर बनाया गया हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत जरूरी हैं। जो महिलाएं गर्भवती रहती है, उन्हें गर्भवस्था के दौरान प्लेसेंटा यानी गर्भनाल बहुत जरूरी होता हैं। इस प्लेसेंटा के बारे में अब स्मार्टफोन सॉफ्टवेयर के जरिए जांच करके मां और होने वाले बच्चे की जानकारी मिल सकती हैं। नई दिल्ली के एक मीडिया रिपोर्ट् से जानकारी मिलने पर अनुसंधानकर्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए एक डिजिटल टूल को तैयार किया गया हैं।

भारत देश में कई महिलाओं के पास स्मार्टफोन नहीं होता। स्मार्टफोन न होने के कारण महिलाएं प्लेसेंटा की जांच नही कर पाएंगे, तो ऐसे में न्यूट्रिशनल साइंसेज के अलिसन गरनैंड ने कहा कि,’ जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं, वहा के लिए हमारा लक्ष्य है कि कोई प्रशिक्षित मेडिकल प्रोफेशनल फोटो खींचे जिसके वजह से इस सॉफ्टवेयर के ज़रिए जानकारी मिल पाएगी। यह जांच करने पर फ़ौरन सूचना मिलेगी और मां और बच्चे की देखभाल की जानकारी दी जाएगी।
प्लेसेंटा प्रेग्नेंसी के दौरान सब कुछ करता हैं। परंतु, प्लेसेंटा की जांच करने में लगने वाला समय, विशेषज्ञता और खर्च इतना ज्यादा होता है कि, इसका इस्तेमाल नहीं हो पाता। इसकी वजह से दुनियाभर में करीब 95 प्रतिशत डिलीवरी में प्लेसेंटा से जुड़ा डेटा मिस हो जाता हैं। लेकिन, अब तक इस तकनीक का पेटेंट नही मिला। यह डिजिटल टूल को स्मार्टफोन या टैब में सॉफ्टवेयर के जरिए कोई भी ऑपरेट कर सकेगा। इससे गर्भ में बच्चें को पूरी ऑक्सिजन मिली या नहीं, इंफेक्शन और ब्लीडिंग का खतरा यह सब जरूरी जानकारी महिलाओं को मिल जाएगी।